उज्जैन। ग्रामीण क्षेत्र में बढती समस्या और अव्यवस्था को लेकर शुक्रवार को महिदपुर तहसील के किसान सडक पर उतरे थे। इसके बाद प्रशासन जागा और 4 दिन में समस्या और अव्यवस्था के निदान का आश्वासन दिया है। किसानों ने उज्जैन –आगर रोड पर चक्काजाम के निर्णय को वापस लेते हुए मात्र सांकेतिक धरना दिया है।
भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष भगवानसिंह बगडावत ने बताया कि पूर्वान्ह 11 बजे किसानों ने अपनी घोषणानुसार आंदोलन स्थल पर पहुंच गए थे। इस दौरान एसडीएम महिदपुर अजय हिंगे एवं महिदपुर तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा, महिदपुर नायब तहसीलदार संतुष्टि पाल , एसडीओपी सुनील बरकरे, थाना प्रभारी राघवी वीरेन्द्र कुमार बंदेवार भी पहुंचे थे। चक्काजाम से पूर्व अधिकारियों ने किसान नेताओं से चर्चा कर उनकी समस्या एवं प्रशासनिक अव्यवस्था के बारे में चर्चा करते हुए 4 दिन में समस्या एवं अव्यवस्था के निदान का आश्वासन दिया है।
ये अव्यवस्था एवं समस्या रखी गई-
-आवारा मवेशी को मौका स्थल से सीधे गौशाला पहुंचाया जाए।
-रास्ता न होने से कई कृषक अब तक फसल बोवनी नहीं कर सके हैं। तत्काल रास्ता खुलवाकर बोवनी करवाई जाए।
-ग्राम पंचायत जवासिया सोलंकी ,लसुल्डिया देवसी में पदस्थ पटवारी की किसान विरोधी कार्यशैली को देखते हुए जांच एवं स्थानांतरण किया जाए।
-प्याज के नुकसान का सर्वे आदेश जिलाधीश का होने के बाद भी अब तक सर्वे नहीं किया गया। किसानों का ब्योरा एकत्रितकर उन्हें लाभ दिया जाए। दोषियों पर कार्रवाई हो।
-किसानों को डीएपी खाद उपलब्ध करवाया जाए।
-जंगली घोडारोज फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसके लिए तुरंत कार्यवाही की जाए।
-महुडीपुरा ग्राम पंचायत में आवारा गौवंश को तुरतं गोशाला पहुंचाया जाए।
-कई किसानों के नक्शों में हेर फेर को सुधार किया जाना।
– किसान सम्मान निधि में सभी किसानों को योजना का लाभ न मिलना ।
– फर्जी नपतिया एक ही जमीन को दो बार नापने पर अलग अलग बताना ।
चक्काजाम की जगह सांकेतिक धरना-
तहसील अध्यक्ष श्री बगडावत ने बताया कि किसान संघ ने उज्जैन –आगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम की घोषणा को अधिकारियों के 4 दिन में समस्या एवं अव्यवस्था निदान के आश्वासन के बाद मार्ग पर यात्रियों को होने वाली परेशानी को ध्यान में रखते हुए वापस ले लिया । इसकी बजाय तराना फंटे पर सडक से अंदर की और सांकेतिक धरना दिया है।
